श्री गुरू अरजन देव जी
गुरू जी का जन्म(प्रकाश) सन् 1534 में चूना मण्डी लाहौर,पाकिस्तान में हुआ था
उनकी माता जी का नामः माता दया जी और पिता जी का नामः हरिदास जी था उनका
विवाह सन 1554 में बीबी भानी जी से हुआ था
गुरू रामदास जी गुरू अमरदास जी के दामाद थे।
विवाह सन 1554 में बीबी भानी जी से हुआ था
गुरू रामदास जी गुरू अमरदास जी के दामाद थे।
उनकी सन्तान 3 बेटे थे
पृथ्वीचन्द,महादेव और अरजन देव जी
गुरू अरजन देव जी ने अमृतसर नगर बसाया
श्री गुरू रामदास जी चौथे गुरू और पाँचवें गुरू श्री गुरू अरजन देव साहिब जी के पिता जी थे।
गुरू साहिब को गुरूआई सन् 1574 में मिली
श्री अमृतसर साहिब जी का पहले नाम गुरू चक्क रखा गया था
उनके समकालीन बादशाह अकबर थे
गुरू रामदास जी का पुराना नामः भाई जेठा जी था
गुरू साहिब सन् 1581 ईस्वी में श्री गोइंदवाल साहिब में जोति जोत समाये
पृथ्वीचन्द,महादेव और अरजन देव जी
गुरू अरजन देव जी ने अमृतसर नगर बसाया
श्री गुरू रामदास जी चौथे गुरू और पाँचवें गुरू श्री गुरू अरजन देव साहिब जी के पिता जी थे।
गुरू साहिब को गुरूआई सन् 1574 में मिली
श्री अमृतसर साहिब जी का पहले नाम गुरू चक्क रखा गया था
उनके समकालीन बादशाह अकबर थे
गुरू रामदास जी का पुराना नामः भाई जेठा जी था
गुरू साहिब सन् 1581 ईस्वी में श्री गोइंदवाल साहिब में जोति जोत समाये
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